अपमान सहता हुआ कर रहा याचना कार्यक्रम
जागने का नाम नहीं ले रही नींद की गोली खाकर सोई सरकार
वेतन पाने के लिए तदर्थ शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने उप मुख्यमंत्री दिया ज्ञापन
आज हम प्रदेश भर के लगभग 15 सौ तदर्थ अध्यापकों की पीड़ा से आप सभी को अवगत करा रहा हूं जो एक 1 वर्ष से वेतन ना पाने के कारण भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं वेतन न मिलने के कारण अध्यापकों का परिवार घोर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है इनके बुजुर्ग मां-बाप की दवा, बच्चों की पढ़ाई ,बेटियों की शादी और सबसे बड़ी समस्या बैंकों से लोन लेकर किस्त न चुका पाने की चिंता इतनी समस्याओं से ग्रसित होने के बाद तमाम शिक्षक डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं जब सरकार से शिक्षक वेतन की मांग करते हैं तो मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के द्वारा आश्वासन दिया जाता है और वहां से अधिकारियों के लिए कुछ निर्देश भी होता है परन्तु अधिकारी सुप्रीम कोर्ट का बहाना बनाकर वेतन देने से आनाकानी करने लगते हैं जबकि तदर्थ शिक्षकों के वेतन देने के मुद्दे पर उच्च न्यायालय के विद्वान न्यायाधीश इरशाद अली साहब ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की व्याख्या करते हुए कहा आयोग के कंडीडेट के आने तक तदर्थ अध्यापकों को वेतन दिया जाए सरकार के समर्थक शिक्षक विधायकों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश अड़चन पैदा कर रहा है लेकिन फिर भी सरकार संवेदनशील है अध्यापकों का वेतन दिया जाएगा आफ कैमरा वेतन देने की बात करते हैं और जब पत्रकार के कैमरा बात करते हैं तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश की व्याख्या करने लगते हैं शिक्षक विधायकों का विरोधी बयान अध्यापकों के समझ से परे है उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के कैंपस में आज 1 महीने से ऊपर तदर्थ शिक्षकों को अपने वेतन के लिए अपना कार्यक्रम करते हुए हो गया परंतु कहीं से कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति इनकी सुध लेने वाला नहीं है आपको गौर करना होगा कि यह सरकार बड़े-बड़े मामलों में भी मौन व्रत धारण कर लेती है इसके पहले किसानों का धरना रहा हो या अन्य तमाम जंतर मंतर पर चलने वाले धरने रहे हों सभी संवेदनशील मुद्दों पर भाजपा के शीर्ष नेता हर बार चुप्पी साध लेते हैं जब इतने बड़े मामले पर कोई नहीं बोलता तो मुट्ठी भर शिक्षकों के मामले से क्या फर्क पड़ने वाला है यह सरकार का क्या बिगाड़ लेंगे यही गलतफहमी और दंभ सरकार को सकारात्मक सोच उत्पन्न कर रहा है लेकिन आज
परेशान तदर्थ शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल माननीय उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष माननीय भूपेंद्र चौधरी जी से मुलाकात करके अकारण अवरुद्ध वेतन और सेवा सुरक्षा को लेकर मांग पत्र दोनों को सौंपा उत्तर प्रदेश माध्यमिक संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल ने माननीयों को अवगत कराया कि 35 दिनों से पार्क रोड में स्थित शिविर कार्यालय शिक्षा निदेशक के प्रांगण में 27 जिलों के लगभग 500 से लेकर 700 तक तदर्थ शिक्षक हनुमान जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो लगाकर प्रतिदिन उनकी आराधना करते हैं सीता राम नाम जाप करते हैं हनुमान चालीसा पढ़ते हैं बजरंग बाण पढ़ते हैं और शाम को आरती करते हुए शांति पूर्वक प्रांगण में बैठकर यह याचना करते रहते हैं कि उनकी समस्याओं का निदान प्रभु श्री राम के भक्त हनुमान जी और माननीय मुख्यमंत्री जी जल्द से जल्द करेंगे इसी उम्मीद से यह सभी शिक्षक प्रांगण में लगातार बैठे हैं
शिक्षक नेताओं ने बताया कि माननीयों का कहना है कि आप लोगों की समस्या का अति शीघ्र ही समाधान माननीय मुख्यमंत्री जी करेंगे अब देखना यह है किसके पहले भी तमाम बड़े-बड़े नेताओं ने स्वयं मुख्यमंत्री ने भी
सदन में शिक्षक विधायकों की निवेदन पर कहा था किसी ग्रह तथा शिक्षकों की समस्या का समाधान होगा लेकिन आज तक नहीं हो पाया अब देखना यह होगा इन दोनों बड़े नेताओं का आश्वासन हकीकत में तब्दील होगा यह पहले की भांति सब कुछ हवा-हवाई ही होगा।
एस.के.सिंह- मुख्य संपादक S9-BHARAT