प्रदेश में पड़ रही लगातार भीषण गर्मी ने लोगों का जीवन बेहाल कर दिया है लोग गर्मी से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं लेकिन सारे उपाय बेकार नजर आ रहे हैं मौसम विभाग ने मानसून को लेकर जिस प्रकार से चेतावनी जारी की है उससे यह लगता है कि गर्मी से जूझ रहे लोगों को अभी निजात मिलने की संभावना नहीं है
वैसे 15 जून से बरसात स्टार्ट माना जाता है अभी तक दक्षिणी पश्चिमी मानसून को बिहार की सीमा को छू लेना चाहिए था लेकिन ताजा अपडेट होने तक दक्षिण पश्चिम मानसून की गति बहुत धीमी पड़ गई है मानसून को अब तक बिहार की सीमा को छू लेना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है
उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट डेज लगातार चल रहे हैं और इसके 22 जून तक चलने की संभावना है और समय से मानसून बिहार नहीं पहुंच पाएगा इसका कारण है मरुस्थल क्षेत्र से चलने वाली गर्म हवाएं दक्षिण पश्चिम मानसूनी हवा को कमजोर कर रही हैं
अभी तक यह होता रहा है कि जून के मध्य तक उत्तरी पश्चिमी हवाएं कमजोर पड़ जाती थी और दक्षिण पश्चिमी हवा मजबूत होकर उत्तर की तरफ बढ़ने लगती थी लेकिन इस समय उत्तर पश्चिमी हवा की गति को देखकर लगता है कि अभी बारिश के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा
चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है मानसून तय समय से तभी आ सकता है जब उत्तरी पश्चिमी हवायें कमजोर हों और दक्षिण पश्चिमी हवाएं मजबूत हो जाएं लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है मई-जून के तापमान में 45 या इससे अधिक की फ्रीक्वेंसी बनी रही है
लगातार गर्म हवाओं की स्ट्रीम सशक्त बनी हुई है और यह उड़ीसा और आसपास के राज्यों तक जा रही है
सी.एस.ए के मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है जून में 80% दिन रेड अलर्ट में रहे हैं और मई में 45% रेड और ऑरेंज जोन में रहे हैं 26 जून तक मानसून के आने की संभावना थी लेकिन रेड अलर्ट डेज के कारण मानसून ठहर सा गया है और इसके 26 के बाद ही पहुंचने की संभावना है फिलहाल उत्तरी पश्चिमी हवाएं कमजोर नहीं पड़ रही
*ब्यूरो रिपोर्ट S9_Bharat*