खेतिहर जमीन के विवाद में छः लोगों की हत्या।

पूर्व सदस्य जिला पंचायत की हत्या के बाद प्रतिशोध में हुआ खूनी खेल।

एक ही ब्राह्मण परिवार के 5 लोगों को उतार दिया गया मौत के घाट।

6 लोगों की हत्या से रक्त रंजित हो गया देवरिया जिले का फतेहपुर गांव।

आपको बता दें कि देवरिया जिले के रुद्रपुर के फतेहपुर का गांव खूनी संघर्ष का अखाड़ा बन गया ।

जिसमें देखते ही देखते एक पक्ष के 1 और दूसरे पक्ष से 5 लोगों की हत्या हो गई।

अब बड़ा प्रश्न यह है कि हत्या कब,और किन परिस्थितियों में हुई इन पर भी ध्यान अवश्य देना आवश्यक है।

हत्या का आधार विंदु यहां से स्टार्ट होता है रुद्रपुर के फतेहपुर गांव के रहने वाले सत्य प्रकाश दूबे के भाई अविवाहित थे और उनके नाम कुछ जमीन थी।

आरोप है कि जिला पंचायत सदस्य रहे प्रेमचंद यादव वर्ष 2014 में ज्ञान प्रकाश उर्फ साधु को पहचान पत्र बनवाने के बहाने लेकर चला गया।

और गुमराह करके साधू के हिस्से की 8 बीघा जमीन प्रेमचंद ने अपने भाई रामजी यादव के नाम बैनामा करा लिया इसके अतिरिक्त साधू को बंधक बनाकर अपने पास रख लिया।

सत्य प्रकाश ने भाई की जमीन को धोखे से रजिस्ट्री कराने की शिकायत पुलिस से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से की और न्यायपालिका में भी मुकदमा दायर कर दिया।

यहीं से सत्य प्रकाश और प्रेमचंद के बीच विवाह शुरू हो गया मामला तब और बढ़ गया जब सत्य प्रकाश दुबे ने 7 फरवरी 2023 को आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी।

और उसमें प्रेमचंद को अपराधी प्रवृत्ति का बताते हुए मुख्यमंत्री से जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई थी।

जमीन को लेकर वह खूनी संघर्ष की शुरुआत यहां से होती है—

सुबह प्रेमचंद उस विवादित खेत पर गए जिसका मुकदमा चल रहा था इसके बाद में लहरा टोला में स्थित सत्य प्रकाश दुबे के घर पहुंचे दोनों के बीच कहां सुन के बाद मारपीट शुरू हो गई।

आरोप यह है कि सब प्रकाश दुबे और परिवार के अन्य लोगों ने मिलकर 45 वर्षीय प्रेमचंद यादव की ईट और धारदार हथियार से हत्या कर दी।

इसके बाद प्रेमचंद यादव पक्ष के दो दर्जन से अधिक लोग हत्या का बदला लेने के लिए 7:30 बजे सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर लाठी डंडा लेकर आ गए।

लाठी डंडा और धारदार हथियार के साथ फायरिंग करते हुए हमलावर दरवाजा तोड़कर घर में घुस गए और एक साथ पूरे परिवार पर टूट पड़े।

हमलावरों ने 56 वर्षीय सत्य प्रकाश 48 वर्षीय किरण एवं 18 वर्षीय बेटी सलोनी व 15 वर्षीय नंदिनी और 12 वर्ष के बेटे दीपेश्वर गांधी को लाठी डंडे से पीटने के साथ गोली मार कर हत्या कर दी।

सत्य प्रकाश के सबसे छोटे बेटे अनमोल दुबे को हमलावर मृतक समझकर छोड़ गए थे गांव वालों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने अनमोल को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया।

घटना की सूचना मिलते ही डीएम देवरिया अखंड प्रताप सिंह और एसपी शंकर शर्मा पहुंच गए कुछ देर बाद कमिश्नर अनिल ढींगरा आईजी जे रविंदर गौड और एडीजी अखिल कुमार भी गांव पहुंचे हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए 6 टीमें गठित हो गई है।

इस बड़े हत्या कांड की सूचना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास पहुंची तो उन्होंने तुरंत प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश दिया देवरिया जिले में दो पक्षों में हुए नरसंहार की घटना में जो भी शामिल होंगे उनके साथ शक्ति के साथ निबटा जाए।

योगी के फरमान आने के तुरंत बाद देवरिया से लेकर राजधानी तक प्रशासनिक तंत्र में खलबली मच गई प्रमुख सचिव से लेकर विशेष पुलिस महानिदेशक तक सक्रिय हो गए।

प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार भी हेलीकाप्टर से देवरिया पहुंचे।

इन दोनों अधिकारियों ने विवाद के कारणों को जानने के साथ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका के बारे में भी जानकारी हासिल की।

पुलिस 14 लोगों को हिरासत में ले चुकी है और अन्य के भी तलाश के लिए 6 टीम में दबिश दे रही हैं।

तनाव को देखते हुए गांव में दो कंपनी पीएसी तैनात है भारी सुरक्षा के बीच दोनों पक्ष के मृतकों का रात में अंतिम संस्कार कर दिया।

S9 Bharat -न्यूज़ चैनल के दर्शकों को हम देवरिया के घटना को क्रम से भी बता दे जिससे आप जान जाए की कब कैसे और कहां इतनी बड़ी घटना घटी थी।

इस बड़े हत्याकांड का शुरुआत इस प्रकार होती है।

सुबह प्रेमचंद यादव बाइक से सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर पहुंच गए और वहीं पर कहां सुनी में प्रेमचंद यादव की हत्या हो जाती है।

कुछ देर बाद बड़ी संख्या में लोग सब प्रकाश दुबे के दरवाजे पर धावा बोल देते हैं और उनके कमरे का दरवाजा तोड़ दिया जाता है।

और हत्या करने के बाद आरोपी मौके से फरार हो जाते हैं।

पुलिस को सूचना प्राप्त होती है और कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच जाती है।

डीएम और एसपी कई थानों की पुलिस और पीएसी के साथ घटनास्थल पर पहुंच जाते हैं।

कुछ ही देर में कमिश्नर और आईजी गोरखपुर चौरी चौरा थाना अध्यक्ष के साथ घटनास्थल पर आ जाते हैं।

सपा के पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह भी आ जाते हैं।।

प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और डीजी स्पेशल प्रशांत कुमार
का हेलिकॉप्टर पुलिस लाइन में लैंड करता है।

प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और डीजी स्पेशल प्रशांत कुमार ने घटना पर पहुंच कर कयी विंदुओं की जानकारी हासिल किया।

देवरिया की घटना पर अखिलेश यादव का भी बयान आता है वह कहते हैं कि देवरिया की घटना शासन की विफलता और कहीं ना कहीं प्रशासन की लापरवाही की वजह से घटित हुई है इस पर एक उच्च स्तरीय जांच की जरूरत है जिससे इस हत्याकांड की परतों के पीछे की परत उतार कर न्याय किया जा सके और यह जांच तत्काल हो।

बड़ा प्रश्न पैदा होता है कि जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह स्पष्ट शब्दों में कहते हैं कि प्रशासनिक अधिकारी जमीनी मामलों को लेकर के तनिक भी लापरवाही ना करें और कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों के साथ शक्ति के साथ निपटा जाए।

तो फिर कौन सा ऐसा कारण रहता है की जमीनी मामलों में स्थानीय प्रशासन लापरवाही करता है जिसकी वजह से आए दिन मारपीट और हत्या जैसी बड़ी घटनाएं घटती रहती है।

अगर समय रहते छोटे-छोटे मामलों का निस्तारण कर दिया जाए तो शायद इतनी बड़ी घटना को घटित होने से रोका जा सकता है।

इस बड़ी घटना के घटित होने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए क्या कह रहा है मृतक सत्य प्रकाश दुबे का बेटा वह भी आप सभी श्रोता बंधु ध्यान से सुन लीजिए

ब्यूरो रिपोर्ट s9 Bharat

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