*डीएम के आदेश पर नगर मजिस्ट्रेट के औचक निरीक्षण में अनुपस्थित पाए जाने पर की गई कार्यवाही*
*निरीक्षण के दौरान डायट के कई कक्षों पर मिले ताले*
*नोटिस जारी कर सभी से मांगा गया स्पष्टीकरण*
जब से जिलाधिकारी नेहा शर्मा डीएम गोंडा बनकर आई है तब से प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं उनका एकमात्र देश रहता है की सरकार की योजनाओं का सत्य प्रतिशत लाभ गांव तक पहुंचे और गरीब आदमी इस्लाम का फायदा उठा पाए इसके लिए आवश्यक है की लापरवाह है प्रशासनिक अधिकारियों पर नकेल कसी जाए चिकित्सा और शिक्षा एवं कानून व्यवस्था आम जनता को सीधे प्रभावित करती है इसके लिए जरूरी है कि इन विभागों से जुड़े अधिकारियों को निरंतर सक्रिय रखा जाए लेकिन शिक्षा को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य करने वाला सबसे बड़ा संस्थान डायट जहां से प्रशिक्षित होकर अध्यापक शिक्षण कार्य करते हैं लेकिन जब यही संस्थान लापरवाही का केंद्र बन जाए तो शिक्षा में गिरावट तो आनी ही आनी है इस बड़े विषय का संज्ञान लेते हुए डीएम नेहा शर्मा ने बड़ी कार्यवाही करते हुए जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डायट) दर्जी कुआं के प्राचार्य समेत 20 का वेतन रोक दिया गया है। इनमें, प्रवक्ता, वैयक्तिक सहायक से लेकर प्रयोगशाला सहायत तक शामिल हैं। जिलाधिकारी के आदेश पर नगर मजिस्ट्रेट द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में अनुपस्थित पाए जाने पर यह कार्यवाही की गई है। सभी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।
वहीं आपको बता दें, जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा के आदेश के क्रम में नगर मजिस्ट्रेट द्वारा सोमवार सुबह 10.15 बजे डायट दर्जी कुआं के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आशुलिपिक कक्ष, अभिलेख कक्ष, कम्प्यूटर कक्ष, स्काउट गाइड कक्ष, उप प्राचार्य कक्ष, विज्ञान स्टोर कक्षा, कार्यालय कक्ष एवं वाद कक्ष बंद पाए गए।
इस दौरान उपस्थिति पंजिका की भी जांच की गई। जांच में पाया गया कि कुछ अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा बीते कई दिनों से उपस्थिति दर्ज नहीं कराई गई थी। डायट प्राचार्य अतुल कुमार तिवारी भी इस निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी द्वारा सभी अनुपस्थित अधिकारी व कर्मचारियों का वेतन रोकने के आदेश जारी कर दिए हैं। साथ ही, सभी से स्पष्टीकरण भी तलब किया गया है।
एस.के.सिंह- मुख्य संपादक S9 Bharat