अमेरिका,चीन व रूस के बाद
चांद को छूने में कामयाब रहा भारत का चन्द्र यान।
South Pole – पर चंद्रयान उतारने वाला पहला देश बना भारत।
विश्व के सबसे कम बजट में चांद पर कदम रखने में कामयाब रहा भारत का चंद्रयान 3।
आपको बता दें कि ISRO की स्थापना 15 अगस्त 1969 को हुई थी लेकिन इसके पहले हम यह जान लें कि इसरो को भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति(इन्कोस्पार) के नाम से जाना जाता था जिसे डॉक्टर विक्रम ए साराभाई की दूरदर्शिता पर 1962 में भारत सरकार द्वारा किया गया था।
आप यह भी जान लें कि1962 ई. में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के द्वारा DAE( Department of Atomic Energy)के अन्तर्गत INCOSPAR (Indian National Committee FOR Space Research)की स्थापना की गई।
समय बीतता गया और उसी के साथ अंतरिक्ष रिसर्च की आवश्यकता होने लगी उसी को ध्यान में रखकर विक्रम साराभाई के आग्रह पर पंडित जवाहरलाल नेहरू ने INCOSPAR को ISRO
में बदल दिया।
और फिर 1972 में सरकार ने अंतरिक्ष में खोज के लिए एक नया विभाग DOS(Department of Space) बना दिया और इसके पश्चात ISRO को इसी विभाग में शामिल कर लिया गया।
आज इसरो कामयाबी पर कामयाबी हासिल कर रहा है आज जब इसरो द्वारा भेजे गए चंद्रयान 3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपना कदम रखा तो भारत विश्व विजेता बन गया।
आज हम इसी कामयाबी के साथ विश्व के प्रमुख अंतरिक्ष रिसर्च सेंटरों के बारे में भी जान लें—
1-NASA- इसकी स्थापना 29 जुलाई 1958 ई. को United States द्वारा की गई।
2-CNSA- यह चीन की अंतरिक्ष एजेंसी है इसकी स्थापना 1993 में हुई थी 2014 में CNSA ने चांद पर सफलता पूर्वक कदम रखा था।
3- ESA- यह एजेंसी किसी एक देश की नहीं हैज्ञ यह यूरोप की अंतरिक्ष एजेंसी है और इसका स्थान तीसरे नंबर पर है।
4- ROSCOSMOS – यह रूस की अंतरिक्ष एजेंसी है इसकी स्थापना 1992 ईस्वी में हुई थी और यह चौथे नंबर पर है।
5- ISRO- इसकी स्थापना 15 अगस्त 1969 ई को भारत में हुई थी इसकी स्थापना का श्रेय डॉक्टर विक्रम ए सारा भाई की दूरदर्शिता को दिया जाता है।
इसरो का प्रारंभ में विश्व में बहुत पीछे स्थान था परंतु आज यह पांचवें नंबर पर है इसरो की सफलता इस बात से और महत्वपूर्ण हो जाती है कि इसरो को बजट बहुत कम मिलता है लेकिन कार्य बहुत बड़े-बड़े करती है ।
आज के दिन को ही देखिए इसरो के वैज्ञानिकों ने अपने कड़े मेहनत के बलबूते चंद्रयान 3 को चंद्रमा पर उतार कर विश्व में अद्भुत कारनामा कर दिखाया अमेरिका चीन और रूस के बाद चंद्रमा पर पहुंचने वाला भारत चौथा राष्ट्र बन गए परंतु चांद के साउथ पोल पर पहुंचने वाला भारत विश्व का पहला देश बन गया।
आज जैसे ही 23 अगस्त 2023 को शाम को चंद्रयान ने चंद्रमा पर कदम रखा वैसे 140 करोड़ भारतीय खुशी से झूम उठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बड़ी उपलब्धि के लिए इसरो के वैज्ञानिकों और देश के लोगों को बधाई देते हुए कहा
कि अब चंदा मामा दूर के नहीं। बल्कि चंदा मामा टूर के होंगे।।
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रिपोर्ट एस.के.सिंह- S9-BHARAT